संभल: इस समय भारत में सस्ती बिजली, फ्री बिजली का वादा कर वोटर्स को लुभाने का एक पैटर्न सा बन गया है, सबसे पहले आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल ने इसे मुद्दा बनाया था, जिसके बाद कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने इसे लपक लिया और चुनावों में सस्ती या फ्री बिजली का वादा करने लगे। लेकिन, जरा सोचिए, जो लोग चोरी की बिजली जलाते हों, जहाँ मीटर ही ना लगा हो, क्या उन पर ये वादा काम करेगा? क्या उन्हें बिजली बिल की कोई चिंता होगी? हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल इलाके संभल की, जहाँ घर तो घर, मस्जिद-मदरसे भी चोरी की बिजली से चलते पाए गए हैं। इस इलाके में कई दशकों से समाजवादी पार्टी (सपा) के बर्क खानदान का बोलबाला रहा है, कई बार शफीकुर रहमान बर्क यहाँ से सांसद रहे और अब उनके पोते जियाउर रहमान बर्क उनकी विरासत संभाल रहे हैं, यानी सांसद हैं।
हालाँकि, मजे की बात ये है कि संभल के सांसद जियाउर रहमान पर भी बिजली चोरी का आरोप लगा है। गुरुवार को राज्य विद्युत विभाग की एक टीम बड़ी संख्या में संभल में सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क के आवास पर पहुंची। इस दौरान सुरक्षाबलों की भी भारी तैनाती कर दी गई थी, क्योंकि पिछली बार मुस्लिम भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया था, उनके हथियार छीन लिए थे और उनके वाहनों में आग लगा दी थी। इसलिए, इस बार प्रशासन कोई ढील नहीं देना चाहता था। विद्युत् विभाग का यह दौरा सांसद के आवास पर बिजली के उपयोग में कथित अनियमितताओं को उजागर करने के लिए चल रहे निरीक्षण का हिस्सा था। संभल की उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) वंदना मिश्रा ने पुष्टि की कि यह निरीक्षण बिजली चोरी के खिलाफ नियमित अभियान का हिस्सा था ।
SDM ने बताया कि, "बिजली चोरी के खिलाफ यह हमारा नियमित अभियान है । यह जांच उसी के सिलसिले में है। ऐसी सूचनाएं मिली थीं कि उचित बिजली कनेक्शन और उसके SoP का पालन नहीं किया जा रहा है। इसलिए, हम इस संबंध में यहां हैं।" संभल के उप-विभागीय अधिकारी (SDO) संतोष त्रिपाठी ने कहा कि वे आवास पर बिजली के लोड की गणना कर रहे हैं। त्रिपाठी ने कहा कि, "पहली और दूसरी मंजिल के कुछ कमरे बंद हैं।" उन्होंने कहा कि निरीक्षण में इन क्षेत्रों की और भी जांच की जा सकती है।
यह जांच बर्क के आवास पर बिजली के उपयोग में संदिग्ध अनियमितताओं की शिकायत के बाद की गई है, जिसमें बिजली कनेक्शन के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुपालन के संबंध में चिंता जताई गई थी। सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क के आवास पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया था, ताकि उनके समर्थक बवाल ना कर सकें। टीम मीटर रीडिंग और एयर कंडीशनर (एसी), पंखे और अन्य बिजली के उपकरणों के लोड की जांच करती देखी गई।
संभल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (उत्तर) श्रीश चंद्र ने पुष्टि की कि बिजली विभाग ने ऑपरेशन के लिए पुलिस सहायता का अनुरोध किया था। चंद्रा ने कहा, "उन्हें पर्याप्त बल मुहैया कराया गया है ताकि वे अपना काम सुचारू रूप से कर सकें। पुलिस बल यहां मौजूद है और यह सुनिश्चित करेगा कि काम सुचारू रूप से हो।" उन्होंने कहा कि वे किसी भी संभावित चुनौती के लिए तैयार हैं।