नई दिल्ली: आर्यन खान ड्रग्स केस को NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने जिस प्रकार से मैनेज किया, उसे केंद्रीय गृहमंत्रालय ने बहुत गंभीरता से लिया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इससे बहुत नाराज बताए जा रहे हैं। इस केस में जो सबसे गंभीर बात समझी जा रही है वो यह कि NCB मुख्यालय को भी अंधेरे में रखा गया। केंद्रीय गृहमंत्रालय की नाराजगी की यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है।
वही भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता तीन दिनों की अहम मीटिंग के लिए दिल्ली में थे। इस के चलते कहा जा रहा है कि अमित शाह ने प्रदेश के कुछ भारतीय जनता पार्टी नेताओं के साथ चर्चाएं कीं। इसके अतिरिक्त अन्य सूत्रों से भी उन्होंने जानकारियां प्राप्त कीं। आर्यन मामले की तहकीकात एवं इस मामले को हैंडल करने के तरीकों में कई कमियां उजागर हुई हैं। फिलहाल केंद्रीय गृहमंत्रालय इस केस में चुप रहना ही उचित समझ रहा है।
वही सामान्य रूप से NCB की रोजमर्रे के कामों पर गृह मंत्रालय हस्तक्षेप नहीं करता है। मगर किसी भी काम से यदि संस्था की छवि धूमिल होती है या सरकार की बदनामी होती है, तो ऐसे काम करने की अनुमति किसी अफसर को नहीं दी जा सकती। NCB के डीजी सत्यनारायण प्रधान को भी तहकीकात में कई कमज़ोरियां दिखाई दी हैं। इन कमजोरियों के उजागर होने के पश्चात् अब इस मामले में वानखेड़े को पूरी छूट नहीं दी गई है। सूत्रों के हवाले से जानकारी प्राप्त हो रही है कि विभागीय दफ्तर ने दिल्ली स्थित मुख्यालय को सभी खबर नहीं दी थीं। आर्यन खान के पास से ड्रग्स जब्त नहीं हुआ है, यह महत्वपूर्ण जानकारी तक दिल्ली स्थित मुख्यालय को नहीं दी गई।
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