कोलंबों : श्रीलंकन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और ऑलराउंडर सनथ जयसूर्या पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने क्रिकेट की किसी भी गतिविधि में भाग लेने के लिए दो वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया है। वही उन पर श्रीलंका में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही जांच में सहयोग न करने का आरोप है। उन्हें आईसीसी केअनुच्छेद 2.4.6 और अनुच्छेद 2.4.7 के तहत दोषी पाया गया है।
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अच्छे बर्ताव का रखा ध्यान
प्राप्त जानकारी के अनुसार जयसूर्या ने इस फैसले को 'दुर्भाग्यपूर्ण' करार दिया और दावा किया कि आईसीसी के पास उनके खिलाफ 'भ्रष्टाचार, सट्टेबाजी या आंतरिक सूचना के दुरूपयोग' कोई सबूत नहीं है। आईसीसी ने कहा कि जयसूर्या ने दो वर्ष के प्रतिबंध को स्वीकार कर लिया है। हालांकि उन्हें संहिता के उल्लंघन पर पांच वर्ष की सजा नहीं दी गई क्योंकि उन्हें पिछले अच्छे बर्ताव को ध्यान में रखा गया। उनका प्रतिबंध 16 अक्तूबर 2018 से लागू होगा।
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प्रशंसको का किया आभार व्यक्त
जानकारी के लिए बता दें बाएं हाथ के बल्लेबाज और स्पिनर रहे जयसूर्या श्रीलंका की 1996 की विश्व विजेता टीम के सदस्य और टूर्नामेंट के श्रेष्ठ खिलाड़ी भी घोषित किए गए थे। वह दो बार चयन समिति के चेयरमैन भी रहे हैं। वही जयसूर्या ने कहा कि उन्होंने हमेशा उच्च मानदंडों के साथ यह खेल खेला। उन्होंने कहा, 'मैंने हमेशा देश को सबसे पहले रखा और क्रिकेट प्रेमी जनता इसका गवाह रही है। मैं श्रीलंका की जनता और अपने प्रशंसकों का आभार व्यक्त करता हूं जो इस मुश्किल दौर में मेरे साथ खड़ी है।
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