आज हम आपको एक ऐसी जगह के बाते में बताने जा रहे है जहा चन्दन की बारिश होती है. मालवा क्षेत्र में स्थित मुक्तागिरी तीर्थ स्थल पर है. जैनियों का सिद्धक्षेत्र मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में है. यह जगह कुदरती खूबसूरती के लिए भी जानी जाती है.
इस पर्वत के बार में कहा जाता है कि 1000 वर्ष पहले मुनिराज ध्यान में मग्न थे और उनके सामने एक मेढक पहाड़ की चोटी से नीचे गिर गया. उस मुनिराज ने मेढक के कानों में मंत्र का उच्चारण किया. कहा जाता है कि यह मेढ़क मरने के बाद स्वर्ग में देवगति को प्राप्त हो गया और मुनि महाराज के दर्शन को आया. इसी कहानी के अनुसार ही तब से हर अष्टमी और चौदस को इस पहाड़ पर केसर और चंदन की वर्षा होती है. मेढ़क की इसी कहानी के कारण इस पहाड़ी का भी मेढ़ागिरी पड़ गया.
इन कहानियों के अनुसार इस जगह की बहुत मान्यता है. दूर-दूर से लोग चन्दन और मोतियो की बारिश देखने के लिए यहा आते हैं. इस जगह के इतिहास में मेढ़ागिरी पर्वत को बहुत पवित्र माना गया है. इस स्थान को देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं.