मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है, हालांकि शिवसेना का दावा है कि आज दिन समाप्त होने से पहले ही संकट को समाप्त कर लिया जाएगा। दरअसल, शिवसेना के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे 21 विधायकों के साथ सूरत के होटल में रुके हुए हैं। वे भाजपा शासित प्रदेशों में पनाह ले रहे हैं। इस पर शिवसेना के संजय राउत ने कहा, "शिवसेना के कुछ विधायकों एवं एकनाथ शिंदे फिलहाल संपर्क में नहीं हैं। MVA सरकार को गिराने का प्रयास किया जा रहा है, किन्तु भाजपा को यह याद रखना होगा कि महाराष्ट्र राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है।"
संजय राउत ने इस बात को लेकर भरोसा जताया कि शिवसेना के सभी विधायक वापस लौट आएंगे। उन्होंने कहा, "मैंने सुना है कि हमारे विधायक गुजरात के सूरत में हैं तथा उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है। किन्तु वे निश्चित तौर पर लौटेंगे, क्योंकि ये सभी शिवसेना को समर्पित हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी विधायक लौट आएंगे और सब ठीक हो जाएगा।" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे का उपयोग कर राज्य सरकार को गिराने की कोशिश सफल नहीं होगी। शिंदे एक वफादार पार्टी कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने कई बार हमारे साथ आंदोलन में हिस्सा लिया है। वह बाला साहब के सिपाही हैं।"
वही दूसरी तरफ सूरत के होटल में ठहरे शिवसेना MLA नितिन देशमुख की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें चिकित्सालय ले जाया गया है। उद्धव ठाकरे की सरकार के तीन घटक हैं- उनकी अपनी पार्टी, शरद पवार की पार्टी एवं कांग्रेस। इससे पूर्व विधान परिषद के चुनाव में शिवसेना तथा कांग्रेस के सदस्यों द्वारा क्रॉस वोटिंग ने भाजपा को 10 में से पांच सीटें जीतने में सक्षम बनाया। क्रॉस वोटिंग से कुछ दिनों पहले राज्यसभा चुनावों के समय भी भाजपा को उसकी संख्या से ज्यादा का परिणाम प्राप्त हुआ था। बता दें कि शिंदे सोमवार देर रात गुजरात के लिए रवाना हुए। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के लिए दिल्ली में उपस्थित हैं। क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस ने अपने विधायकों को दिल्ली तलब किया है।
'सत्ता के लिए कभी धोखा नहीं देंगे', सियासी भूचाल मचाने के बाद आया एकनाथ शिंदे का पहला बयान
राहुल के समर्थन और अग्निपथ के विरोध में सड़क पर लेटी अलका लाम्बा, मीडिया के सामने रोईं
जानिए कौन है एकनाथ शिंदे? जिन्होंने हिला दी उद्धव सरकार की कुर्सी