नई दिल्ली: कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए कल्याणकारी योजनाओं को लेकर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है. इस पर शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि ये अच्छी बात है. संजय राउत ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी का एक एजेंडा सामने आया है जो महाराष्ट्र और राज्य की जनता के हित में है, तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए. यह कोई दबाव की सियासत नहीं है.
संजय राउत ने आगे कहा कि, "सोनिया गांधी यूपीए की चेयरपर्सन हैं. सोनिया गांधी और शरद पवार की महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका थी. जब महा विकास अघाड़ी की सरकार का गठन हुआ, तो न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार किया गया था. महागठबंधन सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर आधारित है. हालांकि कोरोना वायरस की वजह से न्यूनतम साझा कार्यक्रम का काम लंबित पड़ा हुआ है. कोरोना के चलते सरकार पर काफी अधिक काम का बोझ बढ़ गया है." उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन का कोई दबाव नहीं है.
आपको बता दें कि हाल ही में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी थी और याद दिलाया था कि महाराष्ट्र में किस आधार पर सरकार का गठन किया गया था. महाराष्ट्र में तीन पार्टियों शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन में सरकार बनी है.
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