टेलेविजन के लोकप्रिय 'साराभाई वर्सेज़ साराभाई' फेम के अभिनेता राजेश कुमार इन दिनों ग्लैमर की दुनिया को छोड़कर एक गांव में खेती कर रहे हैं. राजेश इन दिनों फिल्मी दुनिया की चमक-दमक से दूर बिहार के एक छोटे से गांव 'बर्मा' को स्मार्ट विलेज बनाने में जुट गए हैं. आध्यात्मिक खेती के ज़रिये राजेश ने इस गांव तस्वीर बदलनी शुरू कर दी है.
बताते चलें तो राजेश ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत 1999 में टीवी सीरियल 'एक महल हो सपनों का' से की थी . राजेश ने कई मशहूर टीवी सीरियल में काम किया है जिनमें 'खिचड़ी', 'बा बहू और बेबी', 'कॉमेडी सर्कस', 'नीली छतरी वाले', 'बड़ी दूर से आये हैं' और 'हम किसी से कम नहीं' जैसे मशहूर टीवी सीरियल शामिल हैं. हाल ही में राजेश ने साराभाई वर्सेज़ साराभाई की वेब सीरीज़ और कॉमेडी दंगल में भी काम किया था.
एक अंग्रेजी समाचार पत्र को दिए एक इंटरव्यू के दौरान राजेश ने आध्यात्मिक खेती को लेकर कहा कि, एक बार मैं एक आम के पेड़ के नीचे बैठा था उसी वक़्त मेरे दिमाग में ये आईडिया आया, ठीक गौतम बुद्ध की कहानी की तरह. राजेश ने जब इस गांव में कदम रखा तो यहां पर मूलभूत सुविधाएं भी नहीं थी. बिजली, पानी और सड़क के लिए ये गांव सालों से तरस रहा था. राजेश ने इस गांव को स्मार्ट बनाने के लिए सबसे पहले इसे बिजली से जोड़ने का काम किया. उन्होंने ख़ुद बिजली विभाग को कई बार फ़ोन करके गांव में बिजली देने की मदद मांगी.
साराभाई वर्सेज़ साराभाई में Funny Poetry लिखने वाला रोशेज़ हो यानि कि अभिनेता राजेश की सोच किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है.
IPL 2018: आते ही आईपीएल की खतरनाक पारी खेल गया केरल का ये बल्लेबाज
फिर निया शर्मा ने दिखाया अपना बोल्ड अंदाज
एक बार फिर इंटरनेट पर छाया किम का जादू