नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी तोप कही जा रही सारंग का एक और परीक्षण सफल रहा है। बताया जा रहा है कि यह तोप भारत को पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में किसी अभियान को संचालित करने में रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी। यह तोप PoK में बिना घुसे ही लगभग 40 से 50 किलोमीटर तक मार कर सकती है। ऑर्डिनेंस फैक्ट्री कानपुर द्वारा तैयार की गई 155 एमएम की सारंग तोप का मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित खमरिया रेंज में सफल परीक्षण किया गया है।
भारत पहले ही के9 वज्र-टी, धनुष और अमेरिका निर्मित एम-777 तोपों को सेना के बेड़े में शामिल कर चुका है। भगवान विष्णु के धनुष सारंग के नाम पर इस तोप का नामकरण किया गया है। सारंग को 130 एमएम की एम-46 तोप को उन्नत करके तैयार किया गया है। एम-46 तोप की मारक क्षमता जहां 27 किमी थी, वहीं सारंग की क्षमता 36 किलोमीटर तक मार करने की है।
विशेषज्ञों के अनुसार, एम-46 के गोले में जहां 3.4 किलोग्राम टीएनटी का उपयोग किया जाता था, वहीं अब सारंग के गोले में 8 किलो टीएनटी का प्रयोग किया जा रहा है। अधिक टीएनटी मतलब अधिक तबाही। सारंग तोप का वजन लगभग 8.4 टन है और उसके बैरल की लंबाई करीब 7 मीटर है। यह गन भी अब सेमी ऑटोमेटिक हो गई है। इससे अब तोप के भीतर गोले डालने में क्रू मेंबर को आसानी हो गई है।
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