"सरदार वल्लभभाई पटेल, जिन्हें 'भारत का लौह पुरुष' भी कहा जाता है, आज उनकी पुण्यतिथि है। उल्लेखनीय है कि सरदार पटेल को स्वतंत्र भारत की एकता के वास्तुकार के रूप में सम्मानित किया जाता है। उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत। आइए उनके अमूल्य शब्दों पर विचार करें और उन्हें आज पढ़कर या सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दोस्तों के साथ साझा करें।"
"अधिकार मनुष्य को तब तक अंधा बनाये रखेंगे, जब तक मनुष्य उस अधिकार को प्राप्त करने हेतु मूल्य न चुका दे."
“जब जनता एक हो जाती है, तब उसके सामने क्रूर से क्रूर शासन भी नहीं टिक सकता. अतः जात-पात और ऊंच-नीच के भेदभाव को भुलाकर सब एक हो जाइए.”
"कठिन समय में कायर बहाना ढूंढ़ते हैं बहादुर व्यक्ति रास्ता खोजते हैं."
"आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए."
"हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए."
"शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है. विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए आवश्यक हैं."
आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आँखों को क्रोध से लाल होने दीजिए और अन्याय का सामना मजबूत हाथों से कीजिए।
आज हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए।
Z+ की सुरक्षा में रहेंगे MP के नए CM मोहन यादव, इर्द-गिर्द रहेंगे 20 से ज्यादा NSG कमांडो
फंदे से लटकी मिली कांग्रेस MLA की बहू, पुलिस ने घर को किया सील