बलरामपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि सरयू नाहर राष्ट्रीय परियोजना का पूरा होना अच्छे इरादों और कड़ी मेहनत का स्मारक है।
पीएम मोदी ने बलरामपुर में सरयू नाहर राष्ट्रीय परियोजना के शुभारंभ पर टिप्पणी की "देश के विकास के लिए यह महत्वपूर्ण है कि पानी की कमी एक बाधा न बने। नदी के पानी का उचित उपयोग सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरयू नाहर राष्ट्रीय परियोजना की उपलब्धि अच्छे इरादों और कड़ी मेहनत का एक वसीयतनामा है।"
प्रधान मंत्री ने कहा कि सरकार की शीर्ष जिम्मेदारियों में से एक यह सुनिश्चित करना है कि देश की नदियों में पानी का उचित उपयोग हो और किसानों के खेतों तक पर्याप्त पानी पहुंचे।
पीएम मोदी ने कहा कि जब यह परियोजना शुरू हुई थी तब इसकी लागत 100 करोड़ रुपये से कम थी। लगभग 10,000 करोड़ की लागत के बाद आज इसे पूरा किया गया। पिछली सरकारों की लापरवाही का खामियाजा देश पहले ही 100 गुना ज्यादा चुका चुका है।
उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार ने सरयू नहर परियोजना पर पांच साल से भी कम समय में जितना काम पूरा किया है, उससे अधिक काम पूरा करने में पांच दशक लगे हैं। "यह दो इंजन वाली सरकार है। यह डबल इंजन सरकार की काम की गति है, हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता परियोजना को समय पर पूरा करना है" उन्होंने कहा। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार ने बाण सागर परियोजना, अर्जुन सहायक सिंचाई परियोजना, एम्स और गोरखपुर में उर्वरक संयंत्र जैसे लंबे समय से लंबित परियोजनाओं को पूरा किया है।
उन्होंने सरकार के समर्पण के उदाहरण के रूप में केन बेतवा लिंक परियोजना का भी उल्लेख किया। हाल ही में कैबिनेट की बैठक में 45000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि यह परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र में जल संकट को हल करने में महत्वपूर्ण होगी।
DRDO ने किया पिनाक मिसाइल सिस्टम का सफल परिक्षण, जानिए विशेषताएं
क्या Omicron के खतरे के बीच वैक्सीन के बूस्टर डोज़ को मिलेगी मंजूरी ?
इंडियन आर्मी में भर्ती हुए 319 नौजवान, राष्ट्रपति बोले- CDS रावत को बनाएं रोल मॉडल