दिल्ली से मिल रही यह खबर कुछ दिनों से चर्चा में है, चर्चा में इसलिए क्योंकि हमारे देश की पर्यावरण का ध्यान रखने वाली केंद्र सरकार ने दिल्ली में 17000 पेड़ों को काटने का प्लान बनाया, और केंद्र सरकार के द्वारा की जाने वाली यह कटाई अभी शुरू हो चुकी है, बेहद दुःख भरी इस खबर पर काश हमारे देश की सरकार थोड़ा ध्यान देती. ऐसा नहीं है कि हमारे पास इन पेड़ों को बचाने का कोई साधन नहीं है. केंद्र सरकार जब अपने प्रचार और बाकि चीजों में ढेरों पैसा खर्च कर सकती है, विदेशों में यात्रा कर करोड़ों रुपए खर्च करने वाली सरकार क्या इन पेड़ों को ट्री ट्रांसप्लांटेशन टेक्निक के जरिए शिफ्ट नहीं कर सकती थी.
हमारे पास जब इस तरह की तकनीक है, कई जगहों पर देखने को मिलता है कि छोटी सड़क बनाने के लिए हम सैकड़ों पेड़ों को ऐसे ही काट देते है, अफ़सोस हमें थोड़ी भी शर्म नहीं आती. लेकिन अब जो दिल्ली में होने जा रहा है वो एक तरह से हमारे पर्यावरण पर अत्याचार है. मानते है साहब आप चुनाव प्रचार में काफी मस्त है अभी आपके पास इन चीजों के लिए समय नहीं है लेकिन अगर पेड़ नहीं लगा सकते तो कम से कम काटो तो मत.
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