अपने जीवन में हर इंसान सुखी व समृध्द जीवन जीना चाहता है। वह यही चाहता है कि वह और उसका परिवार हमेशा हंसता-खेलता रहे। लेकिन कभी-कभी अंजाने में हमारे द्वारा कुछ ऐसी भी गलतियां हो जाती हैं, जिससे शनिदेव नाराज हो जाते हैं और फिर हमें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। लेकिन अब जानना यह है कि आखिर वह कौन से कारण हैं जिनकी वजह से शनिदेव नाराज होते हैं? तो चलिए एक नजर डालते है इस जानकारी पर भी..
कैसे होते हैं शनिदेव नाराज़ –
घर की वायव्य दिशा के खराब होने से शनि भी खराब हो जाता है।
जुआ-सट्टा खेलना, शराब पीना, ब्याजखोरी करना।
परस्त्रीगमन करना, अप्राकृतिक रूप से संभोग करना।
झूठी गवाही देना।
निर्दोष लोगों को सताना, किसी के पीठ पीछे उसके खिलाफ कोई कार्य करना।
चाचा-चाची, माता-पिता, सेवकों और गुरु का अपमान करना।
ईश्वर के खिलाफ होना, धर्म का मजाक बनाना या उड़ाना, धर्म का अपमान करना।
दांतों को गंदा रखना, नाखूनों में मेल रखना और आंखों को गंदा रखना।
तहखाने की कैद हवा को मुक्त करना, भैंस या भैसों को मारना।
सांप, कुत्ते और कौवों को सताना।
अंधे, अपंग, विधवा और अबला स्त्री को सताना या उनको धोखा देना।
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