नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल सऊदी अरब में भारत के राजदूत औसाफ सईद ने बताया है कि सऊदी अरब ने भारत को आश्वासन दिया है कि वे तेल का एक विश्वसनीय और भरोसेमंद स्रोत बना रहेगा। भारत को जितने भी तेल की जरुरत होगी सऊदी उसे मुहैया कराएगा।
दरअसल सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको की दो तेल रिफाइनरियों पर गत माह ड्रोन हमले हुए थे। कंपनी पर हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार तेजी आने की वजह से पेट्रोल और डीजल के भाव में भारी वृद्धि आई थी। पहले से ही आर्थिक मंदी से जूझ रहे भारत पर ये काफी भारी पड़ सकता था। इस कारण सरकार चिंतित थी और इसलिए, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से नए सऊदी ऊर्जा मंत्री अब्दुल अजीज बिन सलमान से फोन पर चर्चा में कहा था की वे भारतीय सप्लाई को प्रभावित करने की इजाजत न दें।
भारत सऊदी अरब से तक़रीबन 18 प्रतिशत तेल खरीदता है। गत वर्ष भारत ने 39.8 मिलियन मीट्रिक टन तेल आयात किया था। वहीं भारत में 30 प्रतिशत एलपीजी सऊदी अरब से आती है। सऊदी अरब दौरे पर गए पीएम मोदी ने अरामको झटके के बाद भी निरंतर तेल आपूर्ति के लिए किंग सलमान को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद दिया। हाल ही में भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक साझेदारी परिषद समझौते पर दस्तखत किए गए जो व्यापार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा और लोगों से लोगों की सगाई की निगरानी करेंगे।
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