नई दिल्लीः दुनिया में तेल की सबसे बड़ी कंपनियों में शूमार सऊदी अरब की तेल कंपनी सऊदी अरामको पर ड्रोन हमले के बाद दुनियाभर में कच्चे तेल को लकर चिंता बढ़ गई है। सऊदी दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादकों आर निर्यातकों में से एक है। इस हमले के बाद सऊदी अरब का तेल उत्पादन घटकर आधा रह गया है। इससे वैश्विक बाजार में क्रूड की कीमतें 10 डॉलर (710 रुपये) तक बढ़ सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में खासा इजाफा हो सकता है।
इस ड्रोन हमले से सऊदी अरब का तेल उत्पादन प्रति दिन 57 लाख बैरल या 50 फीसदी की कमी आ गई है। सीएनबीसी के अनुसार, यूनिट बंद रहने के बारे में आकलन करना भले ही जल्दबाजी हो, लेकिन इससे क्रूड की कीमतों में लगभग 10 डॉलर (710 रुपये) तक का इजाफा हो सकता है। लिपो ऑयल एसोसिएट्स के अध्यक्ष ऐंड्रयू लिपो ने कहा, ‘यह एक बड़ी घटना है।
मुझे उम्मीद है कि जब बाजार खुलेगा तो क्रूड के दाम पांच से 10 डॉलर तक बढ़ सकते हैं।’ क्लीयरव्यू एनर्जी के प्रमुख (शोध) केविन बुक ने कहा कि इसकी मरम्मत में लगने वाला समय से कीमतों पर असर पड़ेगा, जिसमें हफ्तों से महीने तक लग सकते हैं। कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से भारत पर प्रभाव पड़ेगा। क्योंकि भारत दुनिया के सबसे बड़े तेल आयतकों में से एक है।
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