दादा के नाम से मशहूर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सौरव गांगुली ने अब गलियों में अपनी दादागिरी (बल्लेबाजी) दिखानी शुरू कर दी है. 2008 में क्रिकेट को अलविदा कह चुके सौरव गांगुली ने एक बार फिर से बल्ला उठाया लेकिन इस बार वो टीम इंडिया के लिए किसी बड़े ग्राउंड पर नहीं बल्कि अपने शहर की गलियों में बच्चों के साथ बल्लेबाजी का लुत्फ़ उठा रहे थे।
आठ साल बाद दादा को बल्ला पकड़ते देख लोगों को काफी प्रसन्नता हुई और सभी उनको उत्सुकता से बल्लेबाजी करते देख रहे थे। दादा ने भी किसी को निराश नहीं किया और अपने पुराने अंदाज में ही कुछ दर्शनीय पुल और कवर ड्राइव्स लगाए। बच्चे भी पूरे जोश के साथ दादा को गेंदबाजी कर रहे थे। इस दौरान एक बॉल दादा के कंधे पर भी लगी जसके बाद दादा अपना कन्धा सहलाते नजर आये.
उनके इस गली क्रिकेट की तस्वीरे वहाँ मौजूद उनके फेन्स ने सोशल साइट्स पर अपलोड की तब जाकर दादा का यह नया रूप लोगों के सामने आया। इंडियन क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों में शुमार होने वाले सौरव गांगुली सभी फॉर्मेट्स से संन्यास ले चुके हैं और फिलहाल वो बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष है और क्रिकेट से हर वक्त किसी न किसी रूप से जुड़े रहते हैं।