इंडियन वुमन हॉकी टीम की कप्तान सविता का कहना है कि एशियाई खेलों से पहले स्पेन दौरे से टीम को अपनी कमजोरियों के बारे में जानने का अवसर मिल सकता है और जूनियर खिलाड़ी भी खुद को साबित करके एशियाई खेलों के लिए टीम में चयन का दावा पुख्ता कर सकते है। भारतीय टीम स्पेनिश हॉकी महासंघ अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की 100वीं वर्षगांठ पर स्पेन खेलने जाएगी। यह टूर्नामेंट 25 से 30 जुलाई के मध्य खेला जाने वाला है।
सविता ने हॉकी इंडिया द्वारा जारी विज्ञप्ति में बोला है कि, ‘हमारे लिए यह अहम टूर्नामेंट है क्योंकि इससे उन पहलुओं के बारे में पता चलेगा जिनमें सुधार करना जरुरी है।' चार देशों के टूर्नामेंट में भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और मेजबान स्पेन से होगा। सविता ने कहा, ‘हम टूर्नामेंट में शीर्ष टीमों के विरुद्ध खेलेंगे लिहाजा एशियाई खेलों से पहले खुद को आंकने का अच्छा अवसर भी है।'
एशियाई खेल सितंबर अक्टूबर में चीन के हांगझोउ में खेले जाने वाले है। जिसमे गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम अगले साल पेरिस ओलंपिक के लिये सीधे क्वालीफाई करने वाली है। जूनियर टीम ने बीते हफ्ते जापान में चार बार की चैम्पियन कोरिया को 2.1 से हराकर महिलाओं का जूनियर एशिया कप भी जीत लिया है। सुनेलिटा टोप्पो जैसी जूनियर खिलाड़ियों को एशियाई खेलों के लिए 33 सदस्यीय कोर ग्रुप में रखा गया है जो बेंगलुरू में 11 जुलाई तक राष्ट्रीय कोचिंग शिविर में भाग लेने वाली है।
सविता का इस बारें में कहना है कि ‘जूनियर टीम में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जिन्होंने हाल ही में एशिया कप भी जीत लाया था। वे अब सीनियर टीम में जगह बनाने को बेताब होंगे इसलिए कोई खिलाड़ी टीम में अपनी जगह को हलके में नहीं ले सकता। एशियाई खेलों की टीम में जगह बनाने के लिए सबके पास अवसर है।'
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