सावन का पवित्र माह जारी है और आज इस पवित्र माह का तीसरा सोमवार है। दो सोमवार सावन माह के बीत चुके हैं और दो सोमवार शेष है। इस बार सावन माह कुल 5 सोमवार का है। सावन माह में सोमवार का विशेष महत्त्व होता है। साथ ही इस बार सावन के इस तीसरे सोमवार का महत्त्व काफी बढ़ गया है। बता दें कि हर साल सावन माह की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाया जाता है। वहीं अमावस्या सोमवार के दिन आने से सोमवती अमावस्या भी इसे कहा जाता है। ऐसा शुभ संयोग इससे पहले साल 2000 में बना था, जब सावन के सोमवार के दिन ही हरियाली अमावस्या आई थी।
आप सब इस बात से भली-भांति परिचित है कि शिव जी को सावन का माह सभी माह में सर्वाधिक प्रिय है। सावन माह में ही शिव जी ने समुद्र मंथन से निकला विष पी लिया था और इस सृष्टि की रक्षा की थी। तब ही से उन्हें नीलकंठ भी कहा जाने लगा था। यूं तो पूरे साल ही शिव जी की पूजा-अर्चना की जाती है, हालांकि सावन और सावन माह के सोमवार के दिन शिव जी के पूजन का महत्व और भी बढ़ जाता है।
आज इस तरह करें शिव जी का पूजन
सावन माह के तीसरे सोमवार के दिन यानी कि आज भक्तों को शिव जी का पूजन करने के लिए सबसे पहले स्नान आदि से खुद को स्वच्छ कर लेना चाहिए। स्नान के बाद भक्तों को तांबे के लौटे में अक्षत, बेलपत्र, फूल और दूध आदि डालना चाहिए। अब शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर इन्हें अर्पित करें। साथ ही आप ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप भी करते रहें। अब शिव चालीसा या फिर रुद्राष्टक में से किसी एक का पाठ अवश्य करें। यह प्रक्रिया आप घर पर भी पूर्ण कर सकते है।
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