सनातन धर्म में सावन का माह बेहद पावन माना जाता है। इस माह में महादेव एवं माता पार्वती की उपासना की जाती है। सावन में महादेव की विधि- विधान से पूजा करने से सभी समस्यां दूर हो जाती हैं। कई लोग सावन के महीने में उपवास रखते हैं। कल सावन का दूसरा सोमवार है। ये दिन शिवभक्तों के लिए बेहद अहम है। पंचांग के मुताबिक, सोमवार के दिन नवमी तिथि पड़ रही है। इस दिन कृतितका नक्षत्र रहेगा। आइए जानते हैं सावन सोमवार पूजा के नियम...
बरतें ये सावधानी:-
महादेव की पूजा में केतकी के फूलों का इस्तेमाल नहीं चढ़ाना चाहिएं। इसके अतिरिक्त तुलसी का पत्ता, नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। परम्परा है कि ऐसा करने से महादेव नाराज हो जाते हैं। साथ ही पूजा भी खंडित हो जाती है। महादेव को हमेशा कास्य एवं पीतल के बर्तन में जल चढ़ाना चाहिए। सावन के माह में सात्विक खाना खाना चाहिए। इस माह में प्याज- लहसुन, मांसाहरी भोजन खाना वर्जित माना गया है। इस माह में महादेव की आराधना करने से आपकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाती है।
वही सोमवार का दिन महादेव को अति प्रिय होता है। इस दिन शीघ्र उठकर स्नान करें तथा शिवमंदिर में जाकर महादेव को दूध और जल का अभिषेक करें। इसके पश्चात् माता पार्वती और नंदी को भी गंगाजल और दूध चढ़ाएं। महादेव को भाग, धतूरा, बेलपत्र आदि अर्पित करें। प्रसाद के तौर पर महादेव को घी शक्कर से बनी चीज का भोग लगाएं।
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