भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने कोरोना से प्रभावित रिटेल बॉरोअर्स को राहत देने के लिए एक लोन रिस्ट्रक्चरिंग पॉलिसी लॉन्च की है। रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया कि गाइडलाइन के अनुसार बैंक ने यह कदम उठाया है। बैंक की तरफ से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि रिस्ट्रक्चरिंग पॉलिसी के सुचारू और समस्यां रहित क्रियान्वयन के लिए एक ऑनलाइन वेबसाइट पेश कि गई है।
वही यदि आप भी स्टेट बैंक की इस सुविधा का फायदा उठाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको एलिजिबिलिटी चेक करनी होगी। आप अपनी सुविधा के अनुसार घर बैठे इस वेबसाइट के माध्यम से लोन रिस्ट्रक्चरिंग के लिए एलिजिबिलिटी चेक कर सकते हैं। SBI के रिटेल कस्टमर को इस वेबसाइट पर लॉग इन करने के पश्चात् अकाउंट नंबर डालने की आवश्यकता होगी। ओटीपी वैलिडेशन पूर्ण करने तथा कुछ आवश्यक जानकारी डालने के पश्चात् कस्टमर को अपनी एलिजिबिलिटी की जानकारी प्राप्त हो जाएगी तथा रेफरेंस नंबर प्राप्त होगा।
साथ ही यह रेफरेंस नंबर 30 दिन के लिए मान्य होगा तथा इस अवधि के दौरान कस्टमर्स को आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने के लिए ब्रांच जाना होगा। दस्तावेजों के सत्यापन तथा ब्रांच में सामान्य दस्तावेजों के एक्जीक्यूशन के माध्यम से रिस्ट्रक्चरिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। वही SBI के प्रबंध निदेशक सी एस शेट्टी ने आशा व्यक्त की है कि यह वेबसाइट कस्टमर्स के लिए बहुत सहायक सिद्ध होगा। वे शाखा जाने से पूर्व इस वेबसाइट के माध्यम से अपनी एलिजिबिलिटी का पता लगा सकेंगे। इसी के साथ ये सुविधा ग्राहकों के लिए बहुत अच्छी साबित होगी।
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