लखनऊ : जिस थाली में खाया, उसी में छेद किया यह कहावत तो सबने सुनी है, लेकिन इसे जिसने चरितार्थ किया उसके बारे में जानकर आप चौंक जाएंगे.भारतीय रिजर्व बैंक को जाली नोट भेजने के आरोप में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारतीय स्टेट बैंक के एक प्रबंधक के खिलाफ मामला दर्ज करने का मामला सामने आया है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारतीय स्टेट बैंक के एक प्रबंधक ने कथित रूप से 1,000 रुपये एवं500 रुपये के नकली नोट स्वीकार किए और उन्हें गत वर्ष भारतीय रिजर्व बैंक को भेज दिया. इस मामले में आरबीआई की कानपुर शाखा के प्रबंधक एस. कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई. इसके बाद आरोपी प्रबंधक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
आपको बता दें कि सरकार ने इन दिनों कालेधन और जाली नोटों को खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ा हुआ है.इसके तहत साल भर पुराना यह मामला सामने आया. हालाँकि नोटबंदी के समय सरकार ने भी दावा किया था, कि इस फैसले से कालेधन और जालीनोटों को रोकने पर मदद मिलेगी.लेकिन जैसे ही बाजार में 2000 हजार के नए नोट आए उससे मिलते -जुलते जाली नोट बाजार में दिखाई देने लगे.यह सिलसिला अब भी जारी है. बैंक प्रबंधक के इस कथित कृत्य ने एक बार फिर बैंकों पर से विश्वास उठा दिया है.
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