धनबाद: एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, आज पुरे भारत में दलित और आदिवासी संगठनों द्वारा भारत बंद का ऐलान करने के बाद देश के कई हिस्सों से हिंसा, आगज़नी और तोड़-फोड़ की घटनाएं सामने आ रही हैं. इस एक्ट के तहत दर्ज मामलों में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगाने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले से दलितों में भीषण जनाक्रोश देखा जा रहा है. झारखण्ड के कई जिलों में भी इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है.
जमशेदपुर में जहाँ बंद समर्थकों ने एक ट्रक चालक के साथ मारपीट कर उसके ट्रक को आग लगा दिया, वहीं पलामू के डालटनगंज में ट्रेन का परिचालन ठप कर दिया, कई जगहों पर बंद समर्थकों की पुलिस के साथ नोंक-झोक भी हुई. रांची में बंद समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया. पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े. पलामू के डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर बंद समर्थकों ने ट्रैक जाम कर दिया.
रांची के हटिया चौक में भी जगह-जगह टायर जलाकर बन्द समर्थकों ने प्रदर्शन किया, रांची विमेंस कॉलेज के पास पुलिस पर बंद समर्थकों ने पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज का इस्तेमाल कर प्रदर्शन करियों पर काबू पाया. लातेहार में भी दुकानें बंद कराने को लेकर दुकानदारों और बंद समर्थकों के बीच नोंकझोक हुई, आखिरकार गुस्साए प्रदर्शनकारियों के आगे दुकानदारों की नहीं चली. बंद समर्थकों ने 2 घंटे झरिया-धनबाद मुख्य मार्ग को जाम रखा, मौके पर पहुंची झरिया पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद जाम हटाया.
SC/ST एक्ट की आग में पहली जिंदगी मुरैना में झुलसी, युवक की मौत
SC/ST एक्ट: भारत बंद, आगजनी, हिंसा, और सियासत शुरू
सिद्धांत और सौदे पर नीतीश की अग्नि परीक्षा