भोपाल। सुप्रीम कोर्ट द्वारा SC/ST आरक्षण को लेकर किये गए हालिया फैसले के विरोध में मध्य प्रदेश के कुछ सवर्ण संगठनों ने कल 6 सितम्बर को ‘भारत बंद’ का ऐलान किया है। इस मामले को मद्देनजर रखते हुए मध्य प्रदेश में धारा 144 भी लागू कर दी गई है।
BREAKING:दलितों के धरने में राहुल ने पीएम को घेरा
दरअसल इसी साल 21 मार्च को देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (SC/ST) अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज होने वाले मामलों में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। इसके बाद अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों ने पुरे देश में कोर्ट के इस फैसले का भारी विरोध किया था। इस विरोध को देखते हुए बीजेपी सरकार ने एससी/एसटी एक्ट में संशोधन करते हुए इसे मूल स्वरूप में लाने का फैसला किया था।
योगी ने बोला कांग्रेस पर हमला, हम दलित विरोधी तो अब तक दलितों को आवास क्यों नहीं
इसके बाद से ही सवर्ण समाज में सरकार से नाराजगी देखी जा रही है और अब इसी संशोधन के विरोध में मध्यप्रदेश के सवर्ण संगठनों ने 6 सितम्बर को ‘भारत बंद’ रखने का फैसला किया है। इस दौरान किसी भी प्रकार की बड़ी घटना की सम्भावना को रोकने लिए मध्यप्रदेश सरकार ने भिंड, ग्वालियर, छतरपुर, रीवा, शिवपुरी समेत राज्य के कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में करणी सेना ने हाल ही में ग्वालियर में एक रैली निकली थी और सीएम शिवराज सिंह के मुंह पर कालिख पोतने की धमकी भी दी थी। इसके साथ ही सतना में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की सभा के दौरान उनका घेराव कर नारेबाजी भी की गई थी।
ख़बरें और भी
मध्य प्रदेश चुनाव: क्या भाजपा पर भारी पड़ेगा एससी एसटी एक्ट ?
पदोन्नति में आरक्षण: सुप्रीम कोर्ट का तर्क क्या सरकारी अफसर के बच्चे को भी दिया जाए आरक्षण