पुरे विश्व में COVID-19 वायरस फैलाने वाला चीन अब भी इस वायरस के फिर से हमले से डरा हुआ है. इसके चलते चीन ने विश्व भर के 19 देशों के विरुद्ध एक बड़ा कदम उठाया है. चीन नहीं चाहता कि इन देशों से उसके यहां COVID-19 वापस आए, तथा संक्रमण फिर से फैले. वही चीन ने दो दिन पूर्व में पुरे विश्व के 19 देशों से खाद्य पदार्थों के आयात पर पाबंदी लगा दी है. चीन इन देशों की 56 कोल्ड चेन फूड कंपनियों से अपने यहां हजारों टन खाद्य पदार्थ आर्डर करता था. परन्तु चीन में फिर से COVID-19 वायरस का संक्रमण न फैले इस भय से उसने इन कंपनियों के फूड्स को लेने से इंकार कर दिया है.
8 सितंबर मतलब मंगलवार को चाइना जनरल एडमिनिस्ट्रेश ऑफ कस्टम्स ने कहा कि इन 56 कंपनियों में से 41 कंपनियों ने स्वयं ही चीन को अपने प्रोडक्ट्स न भेजने का सामूहिक निर्णय लिया था. तत्पश्चात, चीन की गवर्मेंट ने भी इन सबको आयात करने से पाबंदी दी है. चीन 19 देशों की 56 कंपनियों से फ्रोजन फूड्स आर्डर करता है, जिनमें सी-फूड्स, चिकन आदि सम्मिलित हैं. कोल्ड-चेन फूड्स का अर्थ होता है कि खाद्य सामग्री रेफ्रिजरेटर में फ्रोजेन तौर पर किसी देश भेजा जाए, जिससे वह कई समय तक सुरक्षित रहे. परन्तु ऐसे खाद्य सामग्रियों में COVID-19 वायरस के संक्रमण का भय अधिक है. जिससे चीन डरा हुआ है.
वही चीन अपने यहां इक्वाडोर से अत्यधिक मात्रा में फ्रोजेन झींगा मछली आर्डर करता था. अभी हाल ही में इक्वाडोर की झींगा मछली में COVID-19 वायरस का संक्रमण पाया गया. ये झींगा खाने से चीन के तटीय जिले डालियान, लियाओनिंग प्रांत तथा चॉन्गक्विंग शहर में कुछ व्यक्ति COVID-19 संक्रमित हो गए. जिसके पश्चात् से चीन ने इक्वाडोर की कंपनियों को झींगा भेजने से इंकार कर दिया है. वही अभी चीन बहुत ही डरा हुआ है.
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