यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) का इंस्टाग्राम पेज अंतरिक्ष प्रेमियों के लिए किसी खजाने से कम नहीं है। चाहे वह हमारे सौर मंडल के बारे में अपडेट हो या लाखों प्रकाशवर्ष दूर स्थित कोस्मिक बॉडीज की जानकारी, इस पेज के पोस्ट अक्सर लोगों को हैरान कर देते हैं। हाल ही में मंगल ग्रह की सतह पर 'मुस्कुराते डरावने स्माइली' की फोटोज भी ऐसी ही हैं। ईएसए द्वारा साझा की गई ये तस्वीरें क्लोराइड नमक के भंडार की हैं, जो रेड प्लेनेट के इतिहास के बारे में नई जानकारी प्रदान करती हैं।
ESA ने इसके कैप्शन में लिखा, "Why so serious? कभी नदियों, झीलों और संभवतः महासागरों की दुनिया रहा मंगल ग्रह अब हमारे एक्सोमार्स ट्रेस गैस ऑर्बिटर द्वारा पाए गए क्लोराइड नमक भंडार के माध्यम से अपने रहस्यों को उजागर कर रहा है। कुल मिलाकर, मंगल की सतह पर स्माइली की भांति दिखता दृश्य क्लोराइड नमक भंडार है।" आगे लिखा है, "नमक का यह जमाव प्राचीन जल निकायों के अवशेषों का संकेत देता है, जो अरबों साल पहले के रहने योग्य क्षेत्रों की संभावनाओं को दर्शाता है। तकरीबन एक हजार संभावित स्थलों की खोज मंगल की जलवायु और पिछले जीवन की संभावनाओं के बारे में नया इनसाइट प्रदान करती है। इस तस्वीर में मंगल ग्रह के परिदृश्य को एक्सप्लोर करें। पोस्ट में स्माइली के अलावा मंगल ग्रह की कई अन्य तस्वीरें भी हैं।"
शेयर किए जाने के पश्चात् से, इस वायरल पोस्ट को तकरीबन 9,000 लाइक्स प्राप्त हो चुके हैं तथा यह संख्या बढ़ती जा रही है। लोगों ने इस पर ढेरों कमेंट्स भी किए हैं। एक इंस्टाग्राम यूजर ने लिखा, "पहला वाला मुझे जैक स्केलेटन की याद दिलाता है।" एक अन्य ने कहा, "यह बहुत सुंदर है।" बता दें कि ESA का एक्सोबायोलॉजी ऑन मार्स प्रोग्राम (एक्सोमार्स प्रोग्राम) दो मिशनों के साथ लॉन्च किया गया था। पहला मिशन, ट्रेस गैस ऑर्बिटर, 2016 में लॉन्च किया गया था, जबकि दूसरा मिशन, रोज़लिंड फ्रैंकलिन रोवर ले जाने वाला, 2028 में लॉन्च होगा। ये मिशन यह जानने का प्रयास करेंगे कि क्या मंगल ग्रह पर कभी जीवन था।
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