श्रीनगर : कश्मीर में मारा गया आतंकी बुरहान वानी जिस संगठन से तालुक्क रखता था, उसका चीफ सैयद सलाउद्दीन बच्चों को छात्रवृति देता है। ये बच्चे पाकिस्तान के कॉलेजों में पढ़ते है और हिजबुल मुजाहिद्दीन के इस काम में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई भी उसकी मदद करती है। बुरहान की मौत से घाटी में जारी हिंसा में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस पर सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि यदि कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसके लिए सुरक्षा बल जिम्मेदारी मानी जाएंगी। सलाहुद्दीन यूनाइटेड जिहाद काउंसिल का भी चीफ है। खबरों के मुताबिक आतंकियों के बच्चे के लिए कई तरह की स्कॉलरशिप स्कीम भी चल रही है। सलाहुद्दीन बच्चों को पाकिस्तान के मेडिकल, इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों में एडमिशन दिलाता है।
इसके लिए वह आईएसआई से सिफारिश करवाता है। विशेषज्ञों का कहना हैं कि बच्चे पाकिस्तान पढ़ने जाते हैं और वहां से उन्हें आतंक के रास्ते पर घसीटा जाता है। हाफिज सईद भी कश्मीरी बच्चों को स्कॉलरशिप देता है। अफसरों ने बताया कि पाकिस्तानी नीतियों के तहत कॉलेजों में युवाओं के लिए सीटें खाली रखी जाती है।
पाकिस्तान ने इसके लिए कश्मीरी कोटा बना रखा है। इसकी 3 कैटेगरी है। 2 साल पहले पाक में इस बात पर हंगामा हुआ था, जब एक साथ 67 कश्मीरी बच्चों को एडमिशन दिया गया था। बुरहान के एनकाउंटर के बाद हिजबुल मुजाहिदीन का नया कमांडर महमूद गजनवी को चुना है।