भोपाल. महिला सशक्तिकरण की बातें होती है, किन्तु जब मौके पर कोई घटना होती है, तब बचाने कोई नहीं आता. ऐसे हालात में महिला को खुद अपनी सुरक्षा के लिए लड़ना होगा. देश में कई ऐसी संस्थाए है जो लड़कियो और महिलाओ को आत्मरक्षा प्रशिक्षण की ट्रेनिंग देती है. इस मामले में यह भी बता दे की सरकार ने कक्षा 4 से 9 तक की लड़कियो के लिए आत्म रक्षा प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया है.
बता दे की केंद्र की योजना के तहत आत्म रक्षा प्रक्षिशण स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल कर इसका खर्च केंद्र सरकार खुद वहां करेगी. केंद्र के अनुसार राज्यो को निर्भया फण्ड के जरिए मदद की जाएगी. दुष्कर्म के बढ़ते मामलो को देखने के बाद गृह मंत्रालय की निर्भया कोष के जरिए आत्म रक्षा के गुर सीखने की योजना है. इसमें वह लडकिया मुख्य रूप से शामिल होगी जो अपना जीवन यापन गरीबी रेखा के नीचे कर रही है. इस योजना का लाभ अनाथालय, हॉस्टल, झुग्गियों में रहने वाली युवतियों को भी दिया जाएगा.
पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं क्व खिलाफ होने वाले 20 अपराधों में से दस में क्राइम रेट बढ़ा है, जिनमें हत्या का प्रयास, दहेज प्रताड़ना, आगजनी, ट्रेफिकिंग, उत्पीड़न, अपहरण और प्रताड़ना के मामले शामिल हैं .
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