देश का दुर्भाग्य कहा जाए या हालातों का नतीजा. जिस देश को भारत माँ कहकर माता का पूजनीय स्थान दिया जाता है, उसी देश में भारत माँ की जय बोलने पर सज़ा दी जाती है. देश की पूजा को धर्म से जोड़कर सोच का दायरा संकीर्ण कर लिया जाता है. एक ओर वंदे मातरम कहने पर विवाद होता है, तो दूसरी ओर भारत माता की जय बोलना शर्म का विषय समझा जाता है.
मध्य प्रदेश में रतलाम के एक स्कूल में भारत माता की जय बोलने पर 20 छात्रों को प्रीबोर्ड की परीक्षा देने से रोक दिया गया और स्कूल से बाहर कर दिया. रतलाम जिले के नामली कस्बे के एक कॉन्वेंट स्कूल में शुक्रवार को नौवीं कक्षा के छात्रों द्वारा भारत माता की जय पर बोलने पर स्कूल प्रबंधन ने 20 छात्रों को ना तो प्री-बोर्ड की परीक्षा देने दी, ऊपर से स्कूल से बाहर निकाल दिया गया. मामले की जानकारी मिलते ही गुस्साए परिजन स्कूल के खिलाफ शिकायत करने थाने पहुंच गए.
पुलिस ने वहां मामले को शांत करने की कोशिश की. स्कूल द्वारा बच्चों का भविष्य खराब करने के डर परिजनों का गुस्सा शांत हुआ. वहीं इस मामले स्कूल प्रबंधन से सवाल किए गए तो उन्होंने चुप्पी साध ली. प्रशासन के आला अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. पेरेंट्स ने कहा कि माइनॉरिटी का स्कूल होने की वजह से कॉन्वेंट स्कूल प्रबंधन शिक्षा विभाग के नियमों और ना ही जिला प्रशासन के आदेशों की अनदेखी करता है.
पतंगों से दे रहे स्वास्थ्य संदेश