गोवा शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मियों को बिना किसी देरी के अपना टीकाकरण कराने का आदेश दिया है। कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए बताया गया है कि टीकाकरण नहीं कराने वाले अध्यापकों को हर सप्ताह अपनी कोविड नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट जमा करनी होगी। प्रदेश के शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक सर्कुलर में एजुकेशन डायरेक्टर डीआर भगत ने बताया कि जो अध्यापक वैक्सीनेशन नहीं करवा सकते हैं तथा न ही प्रत्येक सप्ताह अपनी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट जमा करवा सकते हैं, उन्हें चिकित्सकों से एक सर्टिफिकेट लाना होगा, जिसमें टीकाकरण न कराने का तथा कोविड रिपोर्ट नहीं देने की वजह बताई गई हो। इतना ही नहीं, उन्हें ये ढील क्यों दी जानी चाहिए, इसका भी जिक्र प्रमाण पत्र में होना चाहिए।
साथ ही भगत ने बताया, शिक्षण एवं गैर-शिक्षण स्टाफ के सदस्यों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके परिवार के मेंबर्स को भी बगैर किसी देरी के टीका लग जाए जिससे उनके जरिए किसी को संक्रमण न हो। देश के अन्य प्रदेशों की भांति गोवा में भी स्कूल बीते वर्ष मार्च से ही विद्यार्थियों के लिए बंद हैं, जब केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान किया था। गोवा में भी केवल ऑनलाइन क्लासेज चल रही हैं।
देश भर में कोरोना की दूसरी वेव की गति बहुत धीमी हो गई है तथा संक्रमण के मामलों में भी बहुत कमी दर्ज की जा रही है। हालांकि तीसरी वेव की संभावनाओं के कारण देश में कोरोना टीकाकरण पर बहुत अधिक जोर दिया जा रहा है तथा प्रतिदिन लाखों की संख्या में व्यक्तियों को टीका लगाया जा रहा है।
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