पटना। यूॅं तो बिहार में शराब के विक्रय को प्रतिबंधित किया गया है लेकिन इसके बाद बिहार में अवैधरूप से चलने वाले स्लाॅटर हाउसेस पर भी गाज गिरी है। अब बिहार राज्य में प्रशासन स्वच्छता की ओर एक कदम बढ़ा रहा है। इसे राज्य की भाजपा जेडीयू गठबंधन सरकार का असर कहा जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार अब प्रारंभिक शिक्षा संस्थानों में कथित तौर पर शौचालयों की सफाई विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थी ही करेंगे।
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह नियम बिहार प्रशासन ने या बिहार सरकार ने लागू किया है या नहीं मगर जानकारी यही सामने आई है कि यहाॅं पर करीब 71 हजार विद्यालयों में 53 हजार स्कूलों में शौचालयों पर ओवरहैड टैंक नहीं हैं ऐसे में ओवरहैड टैंक बनाने के लिए स्थानीय निकायों और मुख्यमंत्री राहत कोष से करीब 175 करोड़ रूपए की राशि का व्यय किया जाएगा।
यहाॅं करोड़ों रूपए की राशि खर्च कर ओवर हैड टैंक लगाए जाऐंगे। स्कूलों में शौचालयों की सफाई की जो बात सामने आई है उस मामले में फिलहाल पुष्टि नहीं हो सकी है लेकिन कहा जा रहा है कि अब से प्रारंभिक स्कूलों में इस तरह की व्यवस्था अपनाई जाएगी।
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