प्लास्टिक आज प्रदुषण का सबसे बड़ा कारण है पर आज इंसानी जीवन में प्लास्टिक ने अपनी अहम् भूमिका बना ली. हैरानी की बात है कि हम अपने दैनिक जीवन में 70 प्रतिशत से ज्यादा वस्तुएं प्लाटिक से बनी हुई उपयोग की जा रही हैं. प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने पर हम विचार कर रहे हैं लेकिन दिन व दिन इसका प्रयोग बढ़ता जा रहा है पर हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक बड़ी उपलब्धि हांसिल की है.
हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा एन्जाइम बनाया है जो प्रदूषण पैदा करने वाले प्लास्टिकों को खत्म करने में मदद करेगा. वैज्ञानिकों का दावा है कि इसका उपयोग दुनिया से पर्यावरण संबंधी समस्या को हल करने में महत्वपूर्ण साबित होगा. इस एन्जाइम के विकास से पॉलीथीन टेरिफ्थेलैट (पीईटी) से बने करोड़ों टन बोतलों का रिसाइकिल मुमकिन हो सकता है. अमेरिका के एक विश्वविद्यालय के शोधकर्ता ने पीईटीएस एन्जाइम का अध्ययन किया है और उसके कार्यप्रणाली को समझ रहे हैं. वैज्ञानिक को इस एन्जाइम के माध्यम से पॉलीथीन टेरिफ्थेलैट को ख़त्म करें में सफलता मिली है.
प्लास्टिक कप, डिस्पोजल, पॉलीथिन को रिसाइकिल करना बड़ा मुश्किल होता था पर इस एन्जाइम से करोड़ों टन प्लास्टिक बोतल, प्लास्टिक कप और पॉलीथिन बेग को रिसाइकिल करने में काफी मदद मिलेगी.
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