साइंस और टेक्नोलॉजी के ज़माने नयी नयी चीजों का अविष्कार होता ही रहता है। वैज्ञानिक भी कुछ ना कुछ प्रयोग करते ही रहते हैं। ऐसे ही जर्मनी के वैज्ञानिक ने दुनिया का सबसे बड़ा और दूसरा सूर्य बनाया है। जी हाँ, दूसरा सूर्य यानि आर्टीफ़ीशल सूर्य जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
दरअसल, ये सूर्य वैज्ञानिकों ने सिनेमा की 149 स्पॉटलाइट से बानाया है। बता दे कि जो लाइट इस्तेमाल की गयी है उनका साइज 20x20 का सेंटीमीटर है। इसे बनाने पर वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे हम हाइड्रोजन फ्यूल बनाना में सफल होंगे। इस जगह का तापमान 3000 डिग्री सेल्सियस होगा।
यानि इतना तापमान कि कोई भी इस कमरे में चला जाए तो शायद ही बच पाए। इस सूर्य एक परिवार जितनी लाइट एक साल में खर्च करता है उतनी ये चार घण्टे में होगी। अगर इसमें सफल हुए तो आने वाले दिनों में प्लेन और गाड़ियां हाइड्रोजन फ्यूल से चल सकेंगी जिससे ज़रा भी कार्बन उत्सर्जन नहीं होगा।
मानवता और सद्भावना में दुनिया को बदलने की ताकत है !!