नई दिल्ली: 28 अक्टूबर 2021 को धरती की ओर वाले सूरज के हिस्से में एक बड़ा विस्फोट हुआ है. वहां से सौर तूफान यानी कोरोनल मास निकला. जिसके कारण दक्षिण अमेरिका में कुछ समय के लिए रेडियो ब्लैकआउट हो गया. वैज्ञानिकों ने आशंका जताते हुए कहा है कि आज यानी 29 और 31 अक्टूबर 2021 को विश्व के कुछ और कोनों में रेडियो फ्रिक्वेंसी बाधित हो सकती है. यह सौर तूफान X1 कैटेगरी है, यानी इससे बड़ा नुकसान हो सकता है. इस तूफान को केवल अमेरिका ही नहीं, बल्कि विश्व के कई देशों के वैज्ञानिक संस्थाओं ने दर्ज किया है.
High res observations from our GONG telescope at @cerrotololo of today's X-class #solarflare. Predictions of an Earth-directed coronal mass ejection mean we may see some #spaceweather impacts this weekend ???? @NSF @AURADC @NOIRLabAstro @NOIRLabAstroES pic.twitter.com/RAzfqV8qGZ
— NatlSolarObservatory (@NatSolarObs) October 28, 2021
NASA के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जरवेटरी ने कहा कि ये एक शक्तिशाली सौर तूफान है. यह अमेरिका में एक लहर भेज चुका है. पूरी दुनिया के अन्य हिस्सों में इस सप्ताहांत पर सूरज से निकलने वाली आवेशित कणों (Charged Particles) की लहरें आ सकती हैं. इससे अधिक समस्या उन देशों या संस्थाओं को होगी जिनके सैटेलाइट्स उत्तरी गोलार्ध का चक्कर लगा रहे हैं. या फिर उनकी संचार प्रणाली पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में स्थित हैं.
सूरज कई वर्षों से शांत था. वर्ष 2019 के दिसंबर महीने में ये फिर से एक्टिव हुआ है. इसकी नई सोलर साइकिल आरंभ हुई है. जिसे सोलर साइकिल 25 कहा जा रहा है. एक साइकिल 11 वर्षों तक चलती है. सौर तूफान यानी सूरज से निकलने वाला कोरोनल मास. यह काफी खतरनाक और नुकसानदेह होता है. वैज्ञानिकों ने हाल ही में चेतावनी दी है कि भविष्य में एक ऐसा भयंकर सौर तूफान आएगा, जिससे पृथ्वी पर इंटरनेट प्रलय आ सकता है. यानी पूरे विश्व का इंटरनेट बंद हो सकता है या फिर कई दिनों तक बाधित हो सकता है.
यह बेहद निंदनीय है कि सरकार छात्रों के भविष्य के बारे में नहीं सोच रही: लोकेश