नईदिल्ली। उत्तर भारत के साथ देशभर के विभिन्न क्षेत्रों में मनाए जाने वाले छठ महापर्व के दूसरे दिन आज खरना मनाया जाएगा। खरना के तहत श्रद्धालु महिलाऐं व्रत रखकर विभिन्न व्यंजन बनाऐंगी। इन व्यंजनों में गुड़ की खीर भी बनाई जाएगी। सरोवरों, नदियों के घाटों, तीर्थों आदि के आसपास श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगेगा। श्रद्धालु महिलाऐं पानी में लगभग आधे खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अध्र्य प्रदान करेंगी।
इसके साथ सभी की सुख व समृद्धि के लिए कामना की जाएगी। हालांकि यह पर्व प्रमुखतौर पर पूर्वांचल और उत्तर भारत में मनाया जाता है लेकिन अब इस पर्व की सौंधी खुशबू फिज़ा में घुलकर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में भी पहुंच रही है। इस पूजन में सूर्य की आराधना की जा रही है।
महिलाऐं स्नान, ध्यान के साथ अरवा, चांवल, चना, दाल व कद्दू की सब्जी तैयार कर ग्रहण करती हैं। छठ पर्व को लेकर कथा लोकप्रिय है। मान्यता है कि महाभारत काल में द्रौपदी ने इस व्रत को रखा था और उनकी मनोकामना पूर्ण हुई थी। सूर्य आराधना का यह पर्व बेहद पुण्यदायी और फलदायी माना जाता है।
प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का महान लोकपर्व - छठ
छठ महापर्व: दूसरे दिन सरोवर किनारे लगेगा मेला
आखिर छठ पर क्यों दिया जाता है गंगा नदी में अध्र्य