इम्फाल: मणिपुर में बढ़ते तनाव और हिंसा को रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने व्यापक अभियान शुरू किया है। शांति बहाल करने और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस और अन्य सुरक्षाबल संवेदनशील इलाकों में सक्रिय हैं। खासतौर पर पहाड़ी और घाटी जिलों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
नेशनल हाईवे-2 (NH-2) पर जरूरी सामान लेकर जाने वाले 456 वाहनों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, 107 नाके और चेकपोस्ट बनाए गए हैं, जहां हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। हालांकि, अब तक किसी संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में नहीं लिया गया है, जिससे क्षेत्र में सकारात्मक माहौल बना हुआ है। मणिपुर के हालात की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य में शांति स्थापित करने के लिए हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। गृह मंत्रालय के इन आदेशों के बाद सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने राज्य का दौरा किया।
नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने राज्य सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। पार्टी ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे पत्र में कहा कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की सरकार राज्य में शांति बहाल करने में विफल रही है। एनपीपी ने आरोप लगाया कि मौजूदा स्थिति में सुधार न होने से निर्दोष लोगों की जान जा रही है, और राज्य की जनता मुश्किल हालात का सामना कर रही है। 16 नवंबर को प्रदर्शनकारियों ने इंफाल घाटी में कई विधायकों और मंत्रियों के घरों पर हमला किया, जिसमें मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह का आवास भी शामिल था। इस मामले में 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं बंद कर दी हैं और कर्फ्यू लागू कर दिया है।
11 नवंबर को जिरीबाम जिले के एक पुलिस स्टेशन पर हथियारबंद उग्रवादियों ने हमला किया। जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ ने 11 उग्रवादियों को मार गिराया। हालांकि, पीछे हटते समय उग्रवादियों ने छह लोगों का अपहरण कर लिया। 15 नवंबर को इन लापता लोगों में से तीन के शव मणिपुर-असम सीमा पर मिले, जिनमें एक महिला और दो बच्चे शामिल थे। इसके बाद इंफाल घाटी में मैतेई समुदाय ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और 24 घंटे के भीतर अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की। सुरक्षाबलों और प्रशासन की सक्रियता के बावजूद मणिपुर में तनाव बना हुआ है, लेकिन सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है कि स्थिति को नियंत्रण में लाया जाए।
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