नई दिल्ली: आज रविवार (3 दिसंबर) को मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे सामने आ रहे हैं। मध्य प्रदेश और राजस्थान में भाजपा आसानी से सरकार बनाती हुई नज़र आ रही है। छत्तीसगढ़ में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। जबकि, तेलंगाना में कांग्रेस को बड़ी सफलता मिलती दिख रही है। 2014 में तेलंगाना की स्थापना होने के बाद से यहाँ के चंद्रशेखर राव (KCR) शासन कर रहे थे, अब पहली बार कांग्रेस यहाँ सरकार बनाती नज़र आ रही है।
चुनावी नतीजों को बीच कांग्रेस को भाजपा को सत्ता से बेदकहल करने के लिए बनाए गए भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) की याद आई है। दरअसल, बीते 2-3 महीनों से विधानसभा चुनावों के प्रचार में लगी कांग्रेस एक तरह से INDIA गठबंधन को भूल ही चुकी थी, बिहार के सीएम नितीश कुमार ने भी सबसे पुरानी पार्टी पर यही आरोप लगाया था। उनका कहना था कि, कांग्रेस इस तरफ ध्यान ही नहीं दे रही है। वहीं, मध्य प्रदेश चुनावों में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव में जबरदस्त कहासुनी देखने को मिली थी, कमलनाथ ने सपा प्रमुख को अखिलेश-वखिलेश कह दिया था, जबकि दोनों पार्टियां INDIA गठबंधन की दोस्त पार्टियां थीं। लेकिन उस समय अतिआत्मविश्वास में कांग्रेस ने अपने साथियों का अपमान कर दिया था। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) भी कांग्रेस से नाराज़ है और लोकसभा चुनावों में अकेले ताल ठोंकने का मन बना चुके हैं। अभी तक कांग्रेस इनकी तरफ ध्यान नहीं दे रही थी। शायद उसे लग रहा था कि, चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद अन्य पार्टियां खुद ही उसके पास आ जाएंगी और वो गठबंधन में बिग ब्रदर बन जाएगी, लेकिन अब पास उल्टा पड़ता दिखाई दे रहा है और देश पर सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली पार्टी को अब क्षेत्रिय पार्टियों के साथ सहयोग करके और उनको साथ लेकर चलने की जरुरत महसूस हो रही है।
लेकिन, अब चुनावी रुझानों में कांग्रेस के हाथ से मध्य प्रदेश और राजस्थान खिसकता हुआ नज़र आ रहा है, और छत्तीसगढ़ में भी मामला कांटे का है, तो कांग्रेस ने अब INDIA के अपने सहयोगियों को साधने की कवायद शुरू कर दी है। कांग्रेस ने बुधवार, 6 दिसंबर को नई दिल्ली में अगली भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) सहयोगियों की बैठक बुलाई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने खुद फोन करते हुए द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सहित अन्य गठबंधन सहयोगियों से बात की है और उन्हें बैठक की जानकारी दी है।
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