जम्मू: देश में बीते कुछ दिनों से सियासी हलचल काफी बढ़ गई है, वही इस बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) में जारी विवाद को पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती कई प्रयासों के बाद भी रोकने में असमर्थ दिखाई दे रही हैं। मंगलवार को पूर्व MLC तथा सीनियर PDP नेता सुरेंद्र चौधरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। चौधरी के मुताबिक, 108 निर्वाचित सदस्य, बीडीसी, डीडीसी तथा सरपंच ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती पार्टी कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुन रही हैं। ध्यान रहे कि इससे पहले उन्होंने गुटबाजी के चलते पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था।
वही महासचिव पद से इस्तीफा देने के पश्चात् चौधरी ने कहा था, “अभी मैंने संगठन नहीं केवल पद ही छोड़ा है तथा महबूबा मुफ्ती को पुरे हालात से अवगत भी करा दिया है। यदि वह मेरी ओर से उठाए गए मसलों को हल नहीं करती हैं तो फिर मैं अपना अगला कदम उठाऊंगा।” बता दें कि वर्ष 2019 के पश्चात् से जम्मू प्रांत में चौधरी को पीडीपी का चेहरा माना जाता है। उन्होंने महबूबा के विरुद्ध बगावत करने वाले वरिष्ठ नेताओं के साथ भी मोर्चा लिया तथा जम्मू प्रांत में पार्टी के जनाधार को बचाने का प्रयास किया था।
साथ ही चौधरी के करीबियों का कहना है कि वह महबूबा की ओर से राजनीतिक सलाहकार कमिटी में कुछ विशेष व्यक्तियों को स्थान दिए जाने से खफा थे। वह इन व्यक्तियों पर पीडीपी के विरुद्ध काम करने का आरोप लगाते आए हैं। बीते दिनों पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पार्टी के सांगठनिक ढांचे में फेरबदल किया था तथा नए पदाधिकारियों के साथ-साथ राजनीतिक मामलों की कमिटी के नए सदस्यों को भी नामित किया। उन्होंने सीनियर नेता अब्दुल रहमान वीरी को पार्टी का उपाध्यक्ष नामित किया था, जबकि जी. एन. लोन हंजुरा, सुरिंदर चौधरी, अमरीक सिंह रीन तथा आरशीद मलिक को पार्टी का महासचिव नामित किया गया था।
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