कोरोना वायरस (Coronavirus) की महामारी के बीच कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो जर्सी छोड़ वर्दी पहनकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. भारतीय फुटबॉल टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधु (Gurpreet Singh Sandhu) भले ही इस समय भारत से दूर सिडनी (Sydney) में हो लेकिन वह हर पल अपने माता-पिता के लिए चिंतित रहते हैं जो पुलिस ऑफिसर हैं और फिलहाल ड्यूटी पर तैनात हैं.
संधु के माता-पिता चंडीगढ़ पुलिस में ऑफिसर हैं: संधु पिछले एक महीने से ऑस्ट्रेलिया (Australia) में हैं और नहीं जानते हैं कि कब तक उन्हें वहीं रहना होगा. इस दौरान उनके माता -पिता पंजाब में अपना फर्ज निभा रहे हैं. संधु के पिता पंजाब पुलिस में एसपी हैं वहीं माता हरजीत कौर चंडीगढ़ की डीएसपी हैं. संधु ने आईएएनएस को बताया , 'मेरे माता पिता पंजाब में हैं. दोनों हर रोज काम पर जाते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है. मैं उनसे लगातार संपर्क में हूं लेकिन भारत में मामलों के बढ़ने के कारण चिंता होती है. भारत में जहां जनसंख्या इतनी ज्यादा है वहां लॉकडाउन का फैसला सही समय पर लिया गया है.'
आईएसएल खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलिया चले गए थे संधु अपने देश लौटने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'अभी मैं नहीं जानता यह कब होगा. हम घर में रह रहे हैं और सुरक्षित हैं. यहां स्थिति नियंत्रण में हैं, सर्दियां आ रही हैं इस कारण मौसम काफी अच्छा भी हैं.' संधु ने बताया कि वह इस समय में भी अपने फिटनेस को लेकर काम कर रहे हैं.वह हर रोज घर पर ही एक्सरसाइज करते हैं और फिर अकेले पास के ग्राउंड में अभ्यास भी करते हैं. संधु भारतीय टीम के गोलकीपर हैं इसके साथ ही वह आईएसएल (ISL) में सुनील छेत्री की कप्तानी वाली बेंगलुरु एफसी की ओर से खेलते हैं. इस साल आईएसएल में उनकी टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी जहां उसे एटीके से हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि संधु को लीग का गोल्ड ग्लव्स का अवॉर्ड मिला था.
लॉक डाउन के चलते होने वाले पति के लिए खास डिश बनाना सीख रही है तीरंदाज दीपिका
पहली बार घर में होगी मैराथॉन, भाग लेंगे यह खिलाड़ी
लॉक डाउन के चलते बढ़ी खिलाड़ियों की परेशानी, कैंप में भी ट्रेनिंग की इजाजत नहीं