नई दिल्ली। विपक्ष के दबाव और न्यायालय के आदेश के बाद आखिरकार बिहार में राज्य सरकार ने अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई कर ही दी है। दरअसल पटना उच्च न्यायालय ने रोहतास जिले में अवैध बूचड़खानों को 6 सप्ताह में बंद करने के आदेश दिए थे। तो दूसरी ओर भाजपा के विधायकों और अन्य नेताओं ने विधानसभा में बूचड़खानों को लेकर हंगामा किया था। मांग की गई थी कि केवल अवैध बूचड़खानों को ही बंद न किया जाए बल्कि जिन्हें लाइसेंस दिए गए हैं उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाऐं।
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता प्रेम कुमार ने कहा कि यदि राज्य सरकार ने अवैध बूचड़खानों को बंद नहीं किया तो फिर भाजपा अपना आंदोलन करेगी। पार्टी का आंदोलन उग्र होगा और संसद से सड़क तक हंगामा किया जाएगा। इसी बीच बिहार के पशुपालन मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कलेक्टर्स को आदेश दे दिए कि अवैध बूचड़खानों को बंदइ कर दिया जाए।
जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की और बूचड़खाने बंद कर दिए। गौरतलब है कि रोहतास के बिक्रमगंज में तो 7 बूचड़खाने ऐसे थे जो कि 31 मार्च तक लाइसेंस रिन्यू न होने के कारण बंद कर दिए गए। प्रशासन द्वारा अभी अन्य क्षेत्रों में कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश राज्य में बूचड़खाने बंद किए जाने के बाद कई राज्यों में कार्रवाई की जा रही है।
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