नई दिल्ली। देश में जबसे सरकार ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें घोषित की है तब से केंद्र सरकार के तक़रीबन सभी विभागों के कर्मचारियों को इस वेतन आयोग से नाराजगी है। इन कर्मचारियों का कहना है कि इस बार के वेतन आयोग में सरकार ने कर्मचारियों की तनख्वा और भत्तों में उचित बढ़ोतरी नहीं की है। इस वेतन आयोग से नाराज हो कर कई कर्मचारी इसके विरोध में प्रदर्शन भी कर चुके है। अब इस कड़ी में देश भर के रेल कर्मचारी भी शामिल होने वाले है।
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दरअसल देश भर के रेल कर्मियों के ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन नामक संगठन ने हाल ही में घोषणा की है कि वे सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए दिल्ली के संसद मार्ग पर आगामी 12 अक्टूबर को एक विशाल विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस आंदोलन में देश भर से हजारों रेलकर्मी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक खबर है कि इस प्रदर्शन का मुख मकसद रेल कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों को मनवाने के साथ-साथ अपनी एकता और ताकत का प्रदर्शन करना भी है।
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उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के बैनर तले देश के कई हिस्सों से रेल कर्मचारी यह मांग कर रहे है कि इस वेतन आयोग में उनकी तनख्वा बढ़ाई जाए। उन्होंने अपनी तनख्वा बढ़ाने के लिए देश में तेजी से बढ़ रही महंगाई का हवाला दिया है। इसके साथ ही यह कर्मचारी रेलवे के लोको पायलट को निर्धारित समय से अधिक वक्त तक गाड़ी चालने के लिए दबाव बनाने को लेकर भी विरोध कर रहे है।
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