बॉलीवुड में गब्बर नाम से मशहूर अमज़द खान को तो सभी जानते हैं जिन्होंने बॉलीवुड में कई हिट फिलमें की हैं. लेकिन वहीं उनके बेटे की बात करें तो बॉलीवुड में उनका सिक्का नहीं जम पाया. यानि अमज़द खान ने नाम कमाया उतना उनके बटे शादाब खान नहीं कमा पाए. इसी के साथ आपको बता दें कि शादाब खान आज अपना 46 वां जन्मदिन मना रहे हैं. इसी मौके पर जानते हैं खास बातें.
शादाब खान का जन्म 20 सितम्बर 1973 को मुंबई में हुआ था. उन्होंने अपनी पढाई मुंबई में ही की थी.
बॉलीवुड सफर की बात करें तो, शादाब खान ने साल 1997 में रानी मुखर्जी के साथ फिल्म 'राजा की आएगी बारात' से बॉलीवुड डेब्यू किया था. ये फिल्म कुछ खास सफल नहीं हुईं और न ही शादाब की एक्टिंग को लोगों ने ज्यादा पसंद किया.
एक फिल्म फ्लॉप होने के बाद शादाब ने कुछ फिल्मों में काम किया, लेकिन वो सफल न हो सकी. यानि कुल मिलाकर वो एक्टिंग में फ्लॉप रहे. फिल्मों में फ्लॉप होने के बाद शादाब ने बॉलीवुड से दूरी बना ली.
इसके बाद शादाब ने कुछ ऐसा करने का सोचा जिससे वो अपने पिता का नाम रोशन कर सके. ये सोचकर शादाब खान ने पहले तो डायरेक्शन में किस्मत आजमाई और सोचा कि वहां वो कामयाब हो जाएंगे लेकिन वहां भी निराशा ही हाथ लगी.
लेकिन इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी. उन्होंने एक ऐसा काम करने का फैसला किया जिससे उनके पिता को पूरी दुनिया जाने और उनकी स्ट्रगल और मुश्किलों से पूरी दुनिया वाकिफ हो. यही सोच उन्होंने अपने पिता अमजद खान पर एक बायोग्राफी लिखने का फैसला किया जिसमें उन्होंने अमजद खान द्वारा किए काम और उनकी असल जिंदगी के बारे में बताया.
अच्छी बात ये रही कि शादाब खान की ये किताब काफी पॉपुलर हुई. अमिताभ बच्चन ने भी इस किताब की और शादाब के लेखन की खूब तारीफ की. आज शादाब खान एक लेखक के तौर पर खूब नाम कमा रहे हैं.
भले ही शादाब खान ने अपने परिवार की एक्टिंग विरासत को आगे ना बढ़ा पाए लेकिन लेखन की दुनिया में अलग नाम कमाने का फैसला किया और उसमें वो कामयाब भी रहे.
अपने ही पैलेस का रास्ता भूले सैफ, छात्र से पूछा सही मार्ग
पुण्य तिथि : 'रजनी' के किरदार से प्रसिद्द हुई थी प्रिया तेंदुलकर, कम उम्र में कहा दुनिया को अलविदा