इस्लामाबाद: सऊदी अरब की धमकी के बाद पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपना रुख नरम करते हुए सोमवार को उन खबरों को खारिज किया जा चुका है और बीते कुछ हफ्तों में दोनों देशों के संबंधों में तना- तनी बढ़ती जा रही है. 'द न्यूज इंटरनेशनल' ने कुरैशी के हवाले से कहा कि सऊदी अरब ने पाक से न तो दिया हुआ कर्ज वापस मांग रहे है और न ही तेल आपूर्ति स्थगित की है. दरअसल, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने की वर्षगांठ 5 अगस्त पर कुरैशी ने एक इंटरव्यू में फरवरी की शुरुआत में कश्मीर मसले पर इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) के विदेश मंत्रियों की बैठक का आयोजन नहीं करने के लिए सऊदी अरब की निंदा की थी.
पाक के विदेश मंत्री का मानना था कि अगर OIC बैठक नहीं बुलाएगा तो पाक उन इस्लामी देशों की बैठक बुलाने को मजबूर हो जाएगा जो कश्मीर मसले पर उसका समर्थन करने के लिए मान चुका है. जिसके जबाव में सऊदी अरब ने एक बयान जारी कर बतायाथा कि अब पाकिस्तान को तेल की आपूर्ति या कर्ज नहीं दिया जाने वाला है.
कमर जावेद बाजवा गए थे सऊदी अरब: कुरैशी के बयान से हुए नुकसान की भरपाई के लिए पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा तुरंत सऊदी अरब गए थे, लेकिन सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने उनसे मुलाकात करने से मना कर चुके है. बताते हैं कि तुर्की, मलेशिया और ईरान की तरफ झुकाव के अलावा पाक की चीन पर बढ़ती आर्थिक एवं सामरिक निर्भरता से भी सऊदी अरब परेशान है.
भारत ने यूएई को किया था धन्यवाद: बता दें कि कुछ दिन पहले ही भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने UAE को इस बात के लिए खास तौर पर शुक्रिया कहा था कि वह इस्लामिक देशों के संगठन में कुछ देशों की तरफ से इंडिया विरोधी प्रस्तावों को आगे नहीं बढ़ने देता. कहने की आवश्यकता नहीं कि इस तरह की कोशिश पाकिस्तान की तरफ से होती है जो कश्मीर के बारे में कई बार OIC में प्रस्ताव ले कर आता है.
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