लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की एक सीक्रेट चिट्ठी सामने आई है, जो उसने उमेश पाल हत्याकांड के बाद 27 फरवरी को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखी थी. शाइस्ता ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि उमेश पाल हत्याकांड में उनके और उनके पति अतीक अहमद, देवर अशरफ और बेटे असद के खिलाफ साजिश रचने का आरोप बेबुनियाद है.
शाइस्ता के अनुसार, 'CCTV फुटेज के आधार पर बेटे अली को शूटर बताने का आरोप भी निराधार है. चिट्ठी में शाइस्ता ने इसे सियासी रंजिश का मामला बताते हुए कहा था कि बसपा ने जब से उन्हें प्रयागराज के मेयर का उम्मीदवार घोषित किया है, तबसे यहां के एक स्थानीय नेता और सरकार में काबीना मंत्री ने साजिश रचना आरम्भ कर दिया था और उसी साजिश में उमेश पाल की हत्या हुई.'
चिट्ठी में शाइस्ता ने कहा है कि, 'उमेश पाल, बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड में गवाह नहीं थे, इसलिए अतीक या अशरफ के पास उनकी हत्या करवाने का कोई उद्देश्य नहीं था, एक गंभीर सियासी साजिश है जिसका पर्दाफाश निष्पक्ष जांच से ही संभव है, क्योंकि प्रयागराज पुलिस पूरी तरह से मंत्री के इशारे पर काम कर रही है.' चिट्ठी में शाइस्ता ने ये भी आशंका जताई थी कि केस में रिमांड के बहाने अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हो सकती है.
बता दें कि, शाइस्ता कह रही है कि, उमेश पाल, राजू पाल हत्याकांड का गवाह नहीं था। जबकि, उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक और उसके वकील सौलत को उम्रकैद की सजा कोर्ट सुना चुकी है। उमेश पाल का अपहरण इसीलिए किया गया था, ताकि उसपर गवाही न देने का दबाव बनाया जा सके, लेकिन जब सरकार बदली और उमेश पाल गवाही देने के लिए तैयार हुआ, तो उसकी हत्या करवा दी गई। यहाँ तक कि, पुलिस के सामने अतीक खुद कबूल चुका है कि, उसने जेल में बैठकर उमेश पाल कि हत्या कि साजिश रची थी और इसमें शाइस्ता भी शामिल थी, ऐसे में शाइस्ता की ये चिट्ठी सिर्फ खुद को बचाने की कोशिश मालूम पड़ती है।
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