शाजापुर : शहर के एक निजी अस्पताल में उपचार का बिल नहीं चुका पाने पर मरीज को बंधक बनाने का मामला सामने आया है. इस सबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि वरिष्ठ नागरिक के साथ क्रूरतम व्यवहार का मामला सामने आया है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. मामला सामने आने के बाद पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय हो गया. देर शाम एसडीएम साहेब लाल सोलंकी स्वास्थ्य टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और बयान लिए. जांच के बाद कार्रवाई की बात अधिकारी कह रहे हैं.
दरअसल, राजगढ़ जिले के रनारा गांव के निवासी लक्ष्मीनारायण दांगी को पेट में तकलीफ होने पर शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां शनिवार को परिजन उन्हें घर ले जाना चाह रहे थे, किंतु बिल नहीं चुकाने के वजह से अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें रोक लिया. मरीज की बेटी सीमा दांगी ने आरोप लगाए कि उनके पास रुपए नहीं थे, इसलिए मरीज को ले जा रहे थे. अस्पताल के स्टाफ ने उन्हें रोक लिया और उनके पिता के पलंग से हाथ-पैर बांध दिए. दो दिन वे इसी हालत में रहे. शुक्रवार देर रात मीडिया को मामले की जानकारी लगी. तो मीडियाकर्मी मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी.
बता दें की इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जानकारी लेने के बाद मरीज को घर जाने दिया. शनिवार को मामले ने तूल पकड़ा और सीएम ने अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई किए जाने को लेकर ट्वीट किया. इसके बाद पुलिस और प्रशासन सक्रिय हुआ. अस्पताल में जांच के लिए पहुंचे एसडीएम साहेब लाल सोलंकी ने कहा कि मामले में जांच की जा रही है. वह इसकी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेंगे.
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