भोपाल: नवलय संस्था के शालिगराम तोमर स्मृति कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के संस्थापक शालिग्राम तोमर ने एक-एक छात्र को गढ़ने का कार्य किया. उन्होंने कार्यकर्ता की गलतियों को क्षमा कर उनके भीतर छुपी अच्छाईयों को निखारा. उन्होंने कहा कि शालिग्राम तोमर ने छात्रों के व्यक्तित्व के निर्माण के लिए उनके गुण- अवगुणों का बारीकी से अध्ययन कर उनकी प्रतिभा को उभारने में योगदान दिया.
बता दें कि सीएम डॉ. मोहन यादव मानस भवन में नवलय संस्था द्वारा आयोजित शालिग्राम तोमर स्मृति समारोह को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले सीएम ने श्यामाप्रसाद मुखर्ली एवं शालिग्राम तोमर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा मां भारती के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस के चलते डॉ. यादव ने विद्यार्थी परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता सूर्यकांत केलकर को शॉल, स्मृति चिन्ह एवं सम्मान पत्र भेंट कर शालिग्राम तोमर स्मृति राष्ट्र सेवी सम्मान से सम्मानित किया. कार्यक्रम में शालिग्राम तोमर की धर्मपत्नी शांता तोमर तथा परिवार के अन्य सदस्य, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरूण साव, सांसद बृज मोहन अग्रवाल एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि व संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे.
सीएम ने कहा कि शालिग्राम जी ने आपातकाल में जो कार्यकर्ता जेल में थे, उनके परिवारों से सम्पर्क कर उनका उत्साह बनाये रखने में प्रमुख भूमिका निभाई. उनको 1978 में ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद’ का दायित्व सौंपा गया. उन्होंने महाकौशल, मध्यप्रदेश, उड़ीसा तथा यूपी में विद्यार्थी परिषद के कार्य को मजबूत किया. इस के चलते बने कई कार्यकर्ताओं ने भविष्य में राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में प्रतिष्ठा प्राप्त की. वहीं वरिष्ठ नेत्री एवं समाज सेवी डॉ. मल्लिका नड्डा ने कहा कि शालिग्राम तोमर छात्राओं और महिला कार्यकर्ताओं के कार्यों पर भी पैनी नजर रखते थे. उनसे न सिर्फ कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त हुई बल्कि देश सेवा की सीख भी मिली. उन्होंने छात्राओं को संगठन मंत्री के रूप में कार्य करने का अवसर देने की कोशिश की.
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