नई दिल्ली: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का मैदान पर लौटने का इंतजार भारतीय प्रशंसक लंबे समय से कर रहे थे। करीब एक साल बाद, शमी ने 13 नवंबर को चोट से उबरने के बाद रणजी ट्रॉफी में बंगाल की ओर से खेलते हुए शानदार वापसी की। उन्होंने बंगाल और मध्यप्रदेश के बीच मुकाबले में अपने पुराने अंदाज में गेंदबाजी करते हुए मध्यप्रदेश के चार बल्लेबाजों को आउट किया।
उनके इस प्रदर्शन ने उनकी फिटनेस और गेंदबाजी क्षमता को एक बार फिर से साबित किया, जिससे टीम के कोच गौतम गंभीर पर उन्हें आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चुनने का दबाव बढ़ गया है। शमी ने करीब 360 दिनों के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेला। उन्होंने पहली पारी में 19 ओवर गेंदबाजी की और 54 रन देकर 4 विकेट झटके, उनकी इकॉनमी दर 2.84 रही। इंदौर के होलकर स्टेडियम में उन्होंने मध्यप्रदेश के कप्तान शुभम शर्मा समेत दो बल्लेबाजों को बोल्ड किया और उनकी घातक गेंदबाजी ने मध्यप्रदेश की टीम को सिर्फ 167 रनों पर समेट दिया।
शमी ने पिछला मुकाबला 2023 के वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, जिसके बाद एंकल इंजरी के कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। इस दौरान उन्होंने सर्जरी कराई और फिर से फिट होने में घुटने की सूजन और साइड स्ट्रेन जैसी चुनौतियों का सामना किया, जिससे उनकी वापसी में समय लगा। हालांकि, इस मैच में शमी ने 19 ओवर बॉलिंग करके साबित कर दिया कि वह लंबी पारी में भी गेंदबाजी के लिए तैयार हैं। अब, उनके आगामी मैचों में प्रदर्शन और फिटनेस के आधार पर यह निर्णय लिया जाएगा कि वे ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जा पाएंगे या नहीं।
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