आप सभी को बता दें कि नए साल में ग्रह और नक्षत्रों की चाल भी बदलने वाली है. ऐसे में ज्योतिष गणना में यह वर्ष 3 शनि अमावस्या के योग के चलते विशेष माना जा रहा है और अंक ज्योतिष में वर्ष 2019 का आरम्भ योग 3 से है, जो गुरु ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है. सबसे ख़ास बात तो यह है कि नव वर्ष का पहला दिन मंगलवार था और गुरु ग्रह वृश्चिक राशि (मंगल की राशि) में भी विद्यमान है, जो कि विशेष फल की प्राप्ति करवायेगा. ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु व मीन राशि वालों के लिए यह वर्ष कुछ विशेष ही रहेगा. इसी के साथ जनवरी महीने में रविवार 6 जनवरी को आंशिक सूर्यग्रहण, सोमवार 21 जनवरी को पूर्ण चन्द्रग्रहण पड़ेगा लेकिन यहां अदृश्य होंगे.
वहीं ज्योतिषों के अनुसार नए वर्ष में 3 शनैश्चरी अमावस्या का विशेष योग बन रहा है और 5 जनवरी, पौष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या है. कहा जा रहा है इस शनैश्चरी अमावस्या के दिन 3:07 बजे तक मूल नक्षत्र है और दूसरी शनैश्चरी अमावस्या शनिवार 4 मई वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की है, इस दिन 3:47 बजे तक आश्विनी नक्षत्र है वहीं तीसरी शनैश्चरी अमावस्या शनिवार 28 सितम्बर आश्वनी माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन है, इस दिन रात्रि 10:20 बजे तक उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र रहेगा.
इसी के साथ बात करें ज्योतिष शास्त्र की तो उसके अनुसार शनि को प्रसन्न करने के लिए विशेष प्रयोगों में शनैश्चरी अमावस्या को शनि की पूजा-अर्चना, साधना के लिए महत्वपूर्ण, वांक्षित फलदायक माना जाता है. आज जो शनि आमवस्या है वह मिथुन, तुला, कुंभ, मीन, वृष के लिए अच्छा है लेकिन बाकी राशियों के ऊपर साढ़े साती चल रही है.
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