मुंबईः महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और पूर्व शिवसेना नेता नारायण राणे के कांग्रेस में शामिल होने के नुिर्णय पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार ने बताया कि पता नहीं उनका यह निर्णय गलत था अथवा एक बड़ी भूल। नारायण राणे 2005 में कांग्रेस में शामिल हुए थे जबकि उनके पास एनसीपी में शामिल होने का भी विकल्प था। शरद पवार ने यह बात नारायण राणे की आत्मकथा के विमोचन के अवसर पर कहीं। शरद पवार ने बताया कि मैं नहीं बता सकता कि उन्होंने कांग्रेस को क्यों चुना है।
मैं नहीं बता सकता कि यह एक गलती थी अथवा एक बड़ी भूल। एनसीपी चीफ ने बताया कि कांग्रेस द्वारा तब उन्हेें सीएम बनाए जाने का वादा करने पर मैंने नारायण राणे से कहा था कि कांग्रेस इस तरह का काम नहीं करती। मुझे पता है क्योंकि मैंने अपने जीवन का लंबा वक्त कांग्रेस के साथ बिताया है। उधर राणे ने बताया कि जब मैं विधायक बना तब मैं मंत्री बनना चाहता था और जब मंत्री बना तो मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता था और बना भी। अब मैं सांसद हूं लेकिन अपनी इच्छा से नहीं।
पूर्व सीएम राणे ने बताया कि उनको बुरा लगता है कि उनके जीवन का अधिकतर वक्त बर्बाद हो गया और अब भी बर्बाद हो रहा है। इस समारोह में पूर्व बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। पूर्व सीएम राणे ने 2017 में कांग्रेस छोड़ महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष का गठन किया था और बाद में वह सत्तारूढ़ भाजपा के सहयोगी बन गए। अभी वह बीजेपी से राज्यसभा सांसद हैं। राणे के बेटे नीलेश राणे भी कांग्रेस से विधायक हैं। राणे की कोंकण क्षेत्र में अच्छी पकड़ मानी जाती है।
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