आप सभी को बता दें कि 13 अक्टूबर यानी रविवार के दिन शरद पूर्णिमा का त्यौहार है. ऐसे में इस साल की शरद पूर्णिमा मनाई जाएगी और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन चांद अपनी सोलह संपूर्ण कलाओं में होता है. ऐसे में हिंदू धर्म में आने वाली प्रत्येक पूर्णिमा का अधिक महत्व माना जाता है लेकिन साल में आने वाले शरद पूर्णिमा सबसे खास मानी जाती है. इसी वजह से शरद ऋतु की इस पूर्णिमा का हर किसी को इंतजार रहता है. ऐसे में मान्यताओं की माने तो शरद पूर्णिमा की रात को चांद अमृत की वर्षा करता है और इस अमृत से व्यक्ति धन, स्वास्थ्य और प्रेम पा सकता है. इस कारण से इस दिन हर कोई इस अमृत का पान करना चाहता है. आपको बता दें कि इस अमृत को प्राप्त करने के लिए शरद पूर्णिमा के दिन खीर को चांद की रोशनी में रखने की परपंरा कई वर्षों से चली आ रही है और खीर को चांद की रोशनी में रखने से पहले श्री कृष्ण को भोग लगाया जाता है. वहीं आज हम कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जो आप इस दिन कर सकते हैं.
उपाय - कहा जाता है शरद पूर्णिमा की रात हर किसी को कोशिश करनी चाहिए कि कम से कम 30 मिनट चंद्रमा की रोशनी में रहें, और इसके लिए रात 10 से 12 बजे का समय सबसे उपयोगी माना जा रहा है.
कहते हैं जिन लोगों को दमा हो उनके लिए शरद पूर्णिमा की रात चांदनी रात में रखी खीर को सुबह 4 बजे खाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से दमा की परेशानी हमेशा के लिए खत्म हो जाती है.
कहा जाता है जिन लोगों को आंखों में किसी तरह की परेशानी हो तो शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा को 15 से 20 मिनट तक चंद्रमा को देखते रहना चाहिए.
कहा जाता है शरद पूर्णिमा के दिन पूर्ण रूप से जल और फल ग्रहण कर सात्विक भोजन करना चाहिए और इसके अलावा शरद पूर्णिमा के दिन शरीर को शुद्ध रखें और कोशिश करें कि इस दिन सफ़ेद कपडे पहने और उपवास रखे.
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