नई दिल्ली : कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को दिन-भर की उठापटक के बाद घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए.आखिरी घंटों तक निचले स्तर से स्मार्ट रिकवरी भी आई. निफ्टी ने करीब 24 अंकों की गिरावट के साथ क्लोजिंग दी जबकि सेंसेक्स में करीब 118 अंकों की गिरावट दर्ज की गई.आज की उठा-पटक में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी सरकारी बैंकों, मेटल और ऑटो शेयरों की रही.
पांच जुलाई को वित्त मंत्री पेश करेंगी आम बजट, व्यापार को कई उम्मीदें
लाल निशान पर हुए थे बंद
जानकारी के मुताबिक मिडकैप शेयरों में आज कुछ खरीदारी दिखी लेकिन स्मॉलकैप शेयर पिट गए. बीएसई का स्मॉलकैप सूचकांक 0.65 फीसदी की कमजोरी के साथ बंद हुआ है. वहीं, मिडकैप सूचकांक 0.23 फीसदी की बढ़त के साथ 15,096.18 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी के आईटी सूचकांक को छोड़कर इसके सभी सेक्टोरल सूचकांक आज लाल निशान में बंद हुए हैं.
इस साल आलू उत्पादन में नजर आएगा सुधार
ऐसा रहा बाजार जा हाल
इसी के साथ निफ्टी आईटी सूचकांक 1.02 फीसदी का बढ़त के साथ बंद हुआ है जबकि निफ्टी के ऑटो सूचकांक में 0.73 फीसदी, एफएमसीजी सूचकांक में 0.51 फीसदी, मेटल सूचकांक में 082 फीसदी, फार्मा सूचकांक में 0.23 फीसदी और रियल्टी सूचकांक में 0.23 फीसदी की कमजोरी देखने को मिली है. कारोबार के अंत में बम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 117.77 अंक यानी 0.30 फीसदी की कमजोरी के साथ 39,714.20 के स्तर पर बंद हुआ है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक निफ्टी 23.10 अंक यानी 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 11,922.80 के स्तर पर बंद हुआ है.
स्थानीय लिवाली बढ़ने के चलते सोने में नजर आई बढ़त
एक बार फिर तेल कंपनियों ने की पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती
मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के बाद बाज़ार में भी आई बहार, सेंसेक्स फिर एक बार 40 हज़ार पार