मंगलवार सुबह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात के बाद शशि कर्नावत कांग्रेस में शामिल हो गई हैं. शशि कर्णावत पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. शशि कर्नावत सरकार के खिलाफ लंबे समय तक आंदोलन करने के लिए भी जानी जाती है.
शशि कर्णावत पर मंडला में साल 1999-2000 में हुए प्रिंटिंग घोटाले में दोषी पाई गई थीं. सरकार ने उन्हें निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी थी. सितंबर 2013 में उन्हें घोटाले में दोषी पाते हुए मंडला के विशेष न्यायालय ने पांच साल के कारावास की सजा के साथ 50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था. सजा होने के बाद वो जमानत पर जेल से बाहर आ गई थीं. मंडला जिला पंचायत सीईओ रहते हुए 1999-2000 में कर्णावत के खिलाफ 33 लाख के प्रिंटिंग घोटाले के आरोप में ईओडब्ल्यू ने केस दर्ज किया था.
गौरतलब है कि निलंबन और बाद में बर्खास्त करने के निर्णय के बाद शशि कर्णावत ने कहा था कि मुख्यमंत्री लगातार भरोसा दिलाते रहे कि तुम्हारे साथ न्याय होगा. बार-बार दस्तावेजों के साथ मंत्रालय बुलाया पर सब-कुछ दिखावा था. इससे सरकार की कथनी और करनी उजागर हो गई है. अब हम जनता को सरकार का झूठ बताएंगे. इसे फैसले से सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है. शशि कर्नावत के कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब देखना ये होगा कि पार्टी को कितना फायदा होगा.
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